याकूब की भविष्यद्वाणी(Jacob's Prophecy) - YISHU KA SANDESH

याकूब की भविष्यद्वाणी(Jacob's Prophecy)

याकूब की भविष्यद्वाणी:-

                                1 फिर याकूब ने फिर याकूब ने अपने पुत्रों को यह कहकर बुलाया, “इकट्ठे हो जाओ, मैं तुम को बताऊँगा कि अन्त के दिनों में तुम पर क्या क्या बीतेगा । 2 हे याकूब के पुत्रो, इकट्ठे होकर सुनो, अपने पिता इस्राएल की ओर कान लगाओ । 3 "हे रूबेन, तू मेरा जेठा, मेरा बल और मेरे 6 पौरुष का पहला फल है; हर कि प्रतिष्ठा का उत्तम भाग और शक्ति का भी ह उत्तम भाग तू ही है । 4 तू जो जल के समान उबलनेवाला है, क्योंकि तू अपने पिता की खाट पर चढ़ा तब तू ने उसको अशुद्ध किया, इसलिये दूसरों से श्रेष्ठ न ठहरेगा वह मेरे बिछौने पर चढ़ गया । 5 शिमोन और लेवी तो भाई भाई हैं, उनकी तलवारें उपद्रव के हथियार हैं ।


6 हे मेरे जीव, उनके मर्म में न पड़, हे मेरी महिमा, उनकी सभा में मत मिल क्योंकि उन्होंने कोप से मनुष्यों को घात किया, और अपनी ही इच्छा पर चलकर बैलों को पंगु बनाया । 7 धिक्कार उनके कोप को, जो प्रचण्ड था. और उनके रोष को, जो निर्दय था, मैं उन्हें याकूब में अलग अलग और इखाएल में तितर बितर कर दूंगा । 8 हे यहूदा, तेरे भाई तेरा धन्यवाद करेंगे, तेरा हाथ तेरे शत्रुओं की गर्दन पर पड़ेगा; तेरे पिता के पुत्र तुझे दण्डवत् करेंगे । 9 यहूदा सिंह का बच्चा है । हे मेरे पुत्र, तू आहेर करके गुफा में गया वह सिंह अथवा सिंहनी के समान दबकर बैठ गया; फिर कौन उसको छेड़ेगा  10 जब तक शीलो न आए तब तक न तो यहूदा से राजदण्ड छूटेगा, न उसके वंश से व्यवस्था देनेवाला अलग होगा; और राज्य राज्य के लोग उसके अधीन हो जाएँगे । 11 वह अपने जवान गदहे को दाखलता में, और अपनी गदही के बच्चे को उत्तम जाति की दाखलता में बांधा करेगा; उसने अपने वस्त्र दाखमधु में, और अपना पहिराया दाखों के रस में धोया है । 12 उसकी आँखें दाखमधु से चमकोली, और उसके दाँत दूध से श्वेत होंगे । 13 जबूलून समुद्र के तौर पर निवास करेगा वह जहाजों के लिये बन्दरगाह का काम देगा, और उसका परला भाग सोदोन के निकट पहुँचेगा । 14 इस्साकार एक बलवन्त गदहा है, जो पशुओं के बाड़ों के बीच में दबका रहता है । 15 उसने एक विश्रामस्थान देखकर, कि अच्छा है, और एक देश, कि मनोहर है, अपने कन्धे को बोझ उठाने के लिये झुकाया, और बेगारी में दास का सा काम करने लगा । 16 दान इस्त्राएल का एक गोत्र होकर अपने जातिभाइयों का न्याय करेगा । 17 दान मार्ग में का एक साँप, और रास्ते में का एक नाग होगा,  जो घोड़े की नली को डंसता है, जिससे उसका सवार पछाड़ खाकर गिर पड़ता है । 18 हे यहोवा, मैं तुझी से उद्धार पाने की बाट जोहता आया हूँ । 19 गाद पर एक दल चढ़ाई तो करेगा; पर वह उसी दल के पिछले भाग पर छापा मारेगा । 20 आशेर से जो अन्न उत्पन्न होगा वह उत्तम होगा, और वह राजा के योग्य स्वादिष्ट भोजन दिया करेगा । 21 नताली एक छूटी हुई हरिणी है, वह सुन्दर बातें बोलता है । 22 यूसुफ फलवन्त लता की एक शाखा है, वह सोते के पास लगी हुई फलवन्त लता की एक शाखा है,  उसकी डालियाँ भीत पर से चढ़कर फैल जाती हैं । 23 धनुर्धारियों ने उसको खेदित किया, और उस पर तीर मारे, और उसके पीछे पड़े हैं । 24 पर उसका धनुष दृढ़ रहा, और उसकी बाँह और हाथ याकूब के उसी शक्तिमान परमेश्वर के हाथों के द्वारा फुर्तीले हुए, जिसके पास से वह चरवाहा आएगा, जो इस्राएल की चट्टान भी ठहरेगा । 25 यह तेरे पिता के उस ईश्वर का काम है, ट जो तेरी सहायता करेगा, उस सर्वशक्तिमान् का जो तुझे ऊपर से आकाश में की आशीषें, और नीचे से गहिरे जल में की आशीषें, और स्तनों और गर्भ की आशीषें देगा ।26 तेरे पिता के आशीर्वाद, मेरे पितरों के आशीर्वादों से अधिक बढ़ गए हैं और सनातन पहाड़ियों की मन चाही वस्तुओं के समान बने रहेंगे : वे यूसुफ के सिर पर, जो अपने भाइयों से अलग किया गया था, उसी के सिर के मुकुट पर फूले फलेंगे । 27 बिन्यामीन फाड़नेवाला भेड़िया है, सबेरे तो वह अहेर भक्षण करेगा और साँझ को लूट बाँट लेगा ।  

     जय मसीह की । || कविता पोरिया        

Read this also

परमेश्वर की ओर से अब्राम के बुलाए जाने का वर्णन:

इसहाक के जन्म की प्रतिज्ञा, सदोम आदि नगरों के विनाश का वर्णन


अब्राहम के परीक्षा में पड़ने का वर्णन, नाहोर के वंशज

सारा की मृत्यु और अन्तक्रिया का वर्णन

इसहाक के विवाह का वर्णन

इसहाक का गरार में निवास, इसहाक और अबीमेलेक के बीच सन्धि



याकूब की सन्तान

याकूब का मल्लयुद्ध, याकूब और एसाव का मिलन

दीना को भ्रष्ट किया जाना

बेतेल में याकूब को आशीष मिलना, राहेल की मृत्यु, याकूब के पुत्र, इसहाक की मृत्यु



बन्दियों के स्वप्नों का अर्थ बताना


बिन्यामीन के साथ मिस्त्र देश जाना



याकूब और उसका परिवार मिस्र में

याकूब का एप्रैम और मनश्शे को आशीर्वाद देना

याकूब की मृत्यु और गाड़ा जाना



कोई टिप्पणी नहीं

If you have any doubt, please let me know.

कमजोरी ही शक्ति ।

कमजोरी ही शक्ति:- =================================                         वो बड़े इत्मीनान से गुरु के सामने खड़ा था । गुरु अपनी पारखी नजर ...

Blogger द्वारा संचालित.