मूसा का बुलाया जाना, मूसा और हारून की वंशावली(The Calling of Moses, the Genealogy of Moses and Aaron,)
मूसा का बुलाया जाना:-
2 परमेश्वर ने मूसा से कहा, "मैं यहोवा हूँ । 3 मैं सर्वशक्तिमान ईश्वर के नाम से अब्राहम, इसहाक, और याकूब को दर्शन देता था, परन्तु यहोवा के नाम से मैं उन पर प्रगट न हुआ । और मैं ने उनके साथ अपनी वाचा दृढ़ की है, अर्थात् कनान देश जिसमें वे परदेशी होकर रहते थे, उसे उन्हें दे दूं। इखाएली स्त्री लोग दासत्व में रखते हैं, उनका कराहता भी सुनकर मैं ने अपनी वाचा को स्मरण किया है । 6 इस कारण तू इस्राएलियों से कह, मैं यहोवा हूँ, और तुम को मिस्त्रियों के बोझों के नीचे से निकालूँगा, और उनके दासत्व से तुम को छुड़ाऊँगा, और अपनी भुजा बढ़ाकर और भारी दण्ड देकर तुम्हें छुड़ा लूँगा, 7 और मैं तुम को अपनी प्रजा बनाने के लिये अपना लूंगा, और मैं तुम्हारा परमेश्वर ठहरूँगा; और तुम जान लोगे कि मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ जो तुम्हें मिस्रियों के बोझों के नीचे से निकाल ले आया, 8 और जिस ले देश के देने की शपथ मैं ने अब्राहम, इसहाक, और याकूब से खाई थी उसी में मैं तुम्हें पहुँचाकर उसे तुम्हारा भाग कर दूँगा । मैं तो यहोवा हूँ" 9 ये बातें मूसा ने इस्राएलियों को सुनाई, परन्तु उन्होंने मन की बेचैनी और दासत्व की क्रूरता के कारण उसकी न सुनी । 10 तब यहोवा ने मूसा से कहा, 11 "तू जाकर मिस्र के राजा फिरौन से कह कि इस्राएलियों को अपने देश में से निकल जाने दे ।" 12 परन्तु मूसा ने यहोवा से कहा, "देख, इस्राएलियों ने मेरी नहीं सुनी; फिर फिरौन मुझ भद्दे बोलनेवाले की कैसे सुनेगा?” 13 तब यहोवा ने मूसा और हारून को इस्राएलियों और मिस्र के राजा फिरौन के लिये इस अभिप्राय से आज्ञा दी कि वे इस्राएलियों को मिस्र देश से निकाल ले जाएँ ।
मूसा और हारून की वंशावली:-
14 उनके पितरों के घरानों के मुख्य पुरुष हैं: इस्राएल का जेठा, रूबेन के पुत्र: हनोक, पल्लू, हेस्रोन और कर्मी, इन्हीं से रूबेन के कुल निकले । 15 शिमोन के पुत्र : यमूएल, यामीन, ओहद, याकिन और सोहर, और एक कनानी स्त्री का बेटा शाऊल; इन्हीं से शिमोन के कुल निकले । 16 लेवी के पुत्र जिनसे उनकी वंशावली चली है, उनके नाम ये हैं: अर्थात् गेशन, कहात और मरारी; और लेवी की पूरी अवस्था एक सौ सैंतीस वर्ष की हुई । 17 गेशन के पुत्र जिनसे उनका कुल चला: लिवनी और शिमी। 18 कहात के पुत्र : अम्राम, यिसहार, हेब्रोन और उज्जीएल, और कहात की पूरी अवस्था एक सौ सैंतीस वर्ष की हुई । 19 मरारी के पुत्र : महली और मृशी। लेवियों के कुल जिनसे उनकी वंशावली चली ये ही हैं । 20 अम्राम ने अपनी फूफी योकेवेद से विवाह किया और उससे हारून और मूसा उत्पन्न हुए; और अम्राम की पूरी अवस्था एक सौ सैंतीस वर्ष की हुई । 21 यिसहार के पुत्र: कोरह, नेपेग और जिक्री । 22 उज्जीएल के पुत्र: मीशाएल, एलसापन और सित्री । 23 हारून ने अम्मीनादाव की बेटी, और नहशोन की बहिन एलीशेवा से विवाह किया; और उससे नादाब, अबीहू, एलाजार और ईतामार उत्पन्न हुए । 24 कोरह के पुत्र: अस्सीर, एलकाना और अबीआसाप, और इन्हीं से कोरहियों के कुल निकले । 25 हारून के पुत्र एलाजार ने पूतीएल की एक बेटी से विवाह किया; और उससे पीनहास उत्पन्न हुआ। इन्हीं से उनका कुल चला । लेवियों के पितरों के घरानों के मुख्य ये पुरुष ये ही हैं । 26 हारून और मूसा ये ही हैं जिनको यहोवा ने यह आज्ञा दी: "इस्राएलियों को दल दल करके उनके जत्थों के अनुसार मिस्र देश से निकाल ले आओ ।” 27 ये वही मूसा और हारून हैं जिन्होंने मिस्र के राजा फ़िरौन से कहा कि हम इस्राएलियों को मिस्र से निकाल ले जाएँगे ।
इसहाक के जन्म की प्रतिज्ञा, सदोम आदि नगरों के विनाश का वर्णन
अब्राहम के परीक्षा में पड़ने का वर्णन, नाहोर के वंशज
सारा की मृत्यु और अन्तक्रिया का वर्णन
इसहाक का गरार में निवास, इसहाक और अबीमेलेक के बीच सन्धि
याकूब का मल्लयुद्ध, याकूब और एसाव का मिलन
बेतेल में याकूब को आशीष मिलना, राहेल की मृत्यु, याकूब के पुत्र, इसहाक की मृत्यु
बन्दियों के स्वप्नों का अर्थ बताना
बिन्यामीन के साथ मिस्त्र देश जाना
याकूब और उसका परिवार मिस्र में
याकूब का एप्रैम और मनश्शे को आशीर्वाद देना
मिस्र में इस्राएलियों की दुर्दशा
मूसा का जन्म, पूसा का मिद्यान देश भागना
परमेश्वर द्वारा पूसा का आह्वान ।
मूसा का अद्भुत सामर्थ्य पाना ।
फ़िरौन के सम्मुख मूसा और हारून, परमेश्वर से मूसा की शिकायत ।
मूसा का बुलाया जाना, मूसा और हारून की वंशावली ।
मूसा और हारून को परमेश्वर का आदेश, हारून की लाठी ।

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